Welcome to the world of imagination with a pinch of reality :)

Thanks for coming to my blog.I hope you will enjoy.

Monday, August 1, 2011

छोटी सी तमन्ना

कोई दिल की बात जुबां पर लाने से कतराए,

कोई इश्क करके परेशां, कि जुदाई न आ जाए,

पर हमारी तमन्ना सिर्फ इतनी कि तू इक बार मुस्कुराये,

चाहे फिर हमारे जिस्म से रूह ही क्यूँ न जुदा हो जाये.

Sunday, July 3, 2011

कशिश

काश! कशिश हममे इतनी होती,

याद तुम्हे हम करते और तुम सामने होती.


काश! कशिश हममे इतनी होती,

सिर्फ सपनो में ही मुलाकात न होती.


ख्याल, जब भी तुम्हारा आता,

चारो और ख़ुशी का माहौल छाता.


ख्याल, जब भी तुम्हारा आता,

सिर्फ तुमको ही सामने पाता.


दूर तक ढूंढता तुमको,

नज़र का ही ख्याल है हमको.


नज़र जो सिर्फ तुमको देखना चाहती है,

दिल में एक तस्वीर खीचना चाहती है.


हमारी बेचैनी को तुम भी महसूस कर पाती,

काश! कशिश हममे इतनी होती,

आखें तुम्हारी और नज़र हमारी होती.

Monday, May 16, 2011

झिझक

नज़र तुम्हारी कुछ कहने को बेताब सी दिखती है,

शायद दिल की बात तुम्हारी जुबां पर आने से डरती है.


पर कहदो उन अरमानो को,

समझा दो उन एहसासों को,

एक बार खुले आसमान में उड़ कर तो देखे,

खुली हवा में सांस लेकर तो देखे.


न जाने कब से कोई तुम्हारे इंतज़ार में बैठा है,

तुम्हारे दिल की आवाज़ सुनने को बेक़रार बैठा है.


वादा है की तुम मायूस न होंगे,

कभी न भूल पायोगे वोह मदहोश झोंके,

बस इक बार दिल-ऐ-इज़हार करके तो देखो.